एमपी नाउ डेस्क
I, Me Aur Main film : 2013 में एक लव ट्राइंगल रिश्तों को लेकर जिम्मेदारी जैसे विषय को लेकर एक फिल्म का निर्माण किया गया था, जिसमें मुख्य रूप से जॉन अब्राहम, प्राची देसाई, चित्रांगदा सिंह जैसे कलाकारों ने अभिनय किया था।
इस फिल्म को कपिल शर्मा ने निर्देशित किया था। उस समय फ़िल्म एक औसत फिल्म थी लेकिन कई लोगों ने फिल्म में कलाकारों द्वारा निभाए गए पात्रों के अभिनय के लिए तारीफें भी की थी।
मैं बात कर रहा हूं, आई मी और मैं की 1 मार्च 2013 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी। 1 घंटे 45 मिनट की मूवी ने सिनेमाघरों में कुल सिर्फ़ 8 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था।
फिल्म की कहानी ईशान (जॉन अब्राहम) के इर्द-गिर्द घूमती है। एक म्यूजिक कंपनी में काम करने वाला ईशान पिछले कुछ सालों से अनुष्का (चित्रांगदा सिंह) के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा होता है। अनुष्का इस रिश्ते को शादी में बदलने के लिए गंभीर रहती है। इसके उलट ईशान को यह भी नहीं पता होता है कि वह अनुष्का से कितना और कैसा प्यार करता है। ईशान के व्यवहार से अनुष्का उससे अलग हो जाती है। अपने को बेस्ट मानने वाला ईशान कुछ समय तक तो अनुष्का को फॉलो करता है फिर उसे गौरी (प्राची देसाई) के रूप में नयी प्रेमिका मिल जाती है।
इस मूवी का यह मैं राइटिंग कॉन्सेप्ट समझाने के लिए मूवी का 3 एक्ट स्ट्रक्चर फिल्म का मुख्य किरदार ईशान (जॉन अब्राहम) के कैरेक्टर आर्क फिल्म की थीम के बारे में डिटेल्स में जानकारी दे रहा हूं...जिस किसी ने फ़िल्म नहीं देखी हो वह पहले टेक्निकल टर्म्स की यह जानकारी समझे फिर फ़िल्म देखें तो उन्हें फिल्म की राइटिंग क्राफ्ट के बारे में समझने में आसानी होगी। वही जिसनें फिल्म देख चुके है वह अपनी यादाश्त में जोर डालकर फ़िल्म की राइटिंग क्राफ्ट को फिल्मों में कैसे विजुअल किया जाता है, वह समझने की कोशिश कर सकते है।
फिल्म "I, Me Aur Main" (2013), जिसमें जॉन अब्राहम, चित्रांगदा सिंह और प्राची देसाई हैं, एक रोमांटिक ड्रामा है जो एक सेल्फ-सेंटरड म्यूजिक प्रोड्यूसर की जिंदगी और उसके इमोशनल ग्रोथ की कहानी दिखाती है। चलिए इसका 3-Act Structure समझते हैं:
ACT 1: Setup (परिचय और दुनिया का निर्माण)
मुख्य किरदार: ईशान (जॉन अब्राहम) – एक हैंडसम, चार्मिंग लेकिन सेल्फिश म्यूजिक प्रोड्यूसर।
स्थापना: ईशान अपनी गर्लफ्रेंड अनु (चित्रांगदा सिंह) के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहता है लेकिन वह जिम्मेदारी लेने से कतराता है और अपने करियर को ही प्राथमिकता देता है।
इंसीडेंट: अनु ईशान के स्वार्थी रवैये से तंग आकर उसे अपने घर से निकाल देती है।
ईशान की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव आता है जब वो अकेला रहने लगता है और अपनी पड़ोसन गवरी (प्राची देसाई) से मिलना शुरू करता है।
ACT 2: Confrontation (संघर्ष और आत्मनिरीक्षण)
गवरी का इंट्रोडक्शन: गवरी एक आत्मनिर्भर और समझदार लड़की है, जिसकी सोच ईशान से बहुत अलग है। उसके साथ वक्त बिताने से ईशान की सोच बदलने लगती है।
कन्फ्लिक्ट: ईशान का करियर भी मुश्किल में है, और उसका परिवार भी उसे ज़िम्मेदारी लेने के लिए पुश करता है।
मिडपॉइंट: ईशान को पता चलता है कि अनु प्रेग्नेंट है – यह खबर उसकी जिंदगी को झकझोर देती है। अब उसे अपने अंदर झाँकना पड़ता है।
ACT 3: Resolution (परिणति और बदलाव)
क्लाइमैक्स: ईशान अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार करता है – वो फादरहुड अपनाने के लिए तैयार हो जाता है और अपनी ज़िंदगी को एक नया रूप देने की कोशिश करता है।
रिज़ॉल्यूशन: फिल्म के अंत में ईशान अपनी पुरानी गलतियों से सीखता है, खुद को बदलता है, और एक ज़िम्मेदार इंसान बनता है।
ईशान (जॉन अब्राहम) का आर्क (Character Arc) फिल्म "I, Me Aur Main" में बहुत क्लियर और क्लासिक "Selfish to Selfless" ट्रांजिशन है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:
💠 ईशान का कैरेक्टर आर्क: "Self-Centered से Responsible इंसान तक"
🔹 शुरुआत (Act 1 - Selfish & Immature)
ईशान एक हैंडसम, चार्मिंग लेकिन बेहद स्वार्थी और गैर-जिम्मेदार इंसान है।
वह खुद को ही सबसे ज़्यादा पसंद करता है – अपने प्रोफेशन, अपनी आज़ादी, अपनी मर्जी।
वह अपनी गर्लफ्रेंड अनु के साथ लिव-इन में रहता है, लेकिन घरेलू काम, रिश्ते की जिम्मेदारियों या इमोशनल सपोर्ट से दूर भागता है।
उसके रिश्तों में भी वह केवल खुद की सुविधा और खुशी देखता है।
🔹 मिड आर्क (Act 2 - Self-Realization & Change Begins)
अनु उसे छोड़ देती है, जो उसके अहंकार को गहरा झटका देता है।
गवरी (प्राची देसाई) के साथ दोस्ती उसे पहली बार इंसान की भावनाओं, समझदारी और परिपक्व रिश्तों की झलक दिखाती है।
जब उसे पता चलता है कि अनु प्रेग्नेंट है, तो वह पहली बार responsibility शब्द को गंभीरता से समझता है।
वह अपनी मां और बहनों से भी जुड़ने लगता है, जिससे उसका emotional depth और समझ बढ़ती है।
🔹 अंत (Act 3 - Responsible & Emotionally Matured)
ईशान अब खुद को बदलने की कोशिश करता है – वह अपने बच्चे की जिम्मेदारी लेने को तैयार होता है।
वह गवरी को भी ईमानदारी से अपने अतीत के बारे में बताता है।
फिल्म के अंत में, ईशान एक ऐसा इंसान बन जाता है जो खुद से ज़्यादा दूसरों की परवाह करता है।
यह बदलाव उसके अतीत की गलतियों की समझ, नई सीख और नए रिश्तों की वजह से होता है।
🎯 Key Transformation Moments:
अनु का उसे छोड़ देना
गवरी का असर – भावनात्मक कनेक्शन
प्रेग्नेंसी की खबर – शॉक और रियलाइजेशन
मां और बहनों से रिश्ते की मरम्मत
पिता बनने की इच्छा और आत्म-स्वीकृति
थीम: Self-growth, maturity, and the importance of taking responsibility in life.
🧠 थीम से जुड़ाव:
ईशान का आर्क फिल्म की थीम को बहुत अच्छे से सपोर्ट करता है:
"सिर्फ खुद से प्यार करना आसान है, लेकिन सच्चा इंसान वो है जो दूसरों की भावनाओं और जिम्मेदारियों को समझे और अपनाए।"
अरविंद साहू (AD) Freelance मनोरंजन एंटरटेनमेंट Content Writer हैं जो विभिन्न अखबारों पत्र पत्रिकाओं वेबसाइट के लिए लिखते है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी सक्रिय है, फिल्मी कलाकारों से फिल्मों की बात करते है। एशिया के पहले पत्रकारिता विश्वविद्यालय माखन लाल चतुर्वेदी के भोपाल कैम्पस के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के छात्र है।
0 टिप्पणियाँ