एमपी नाउ डेस्क
Highest grossing film after Sholay: साल 1975 भारतीय सिनेमा के लिए ऐतिहासिक साल था, चूंकि इस साल भारतीय सिनेमा को एक नहीं दो क्लासिक कल्ट मूवी मिली जिसकी कमाई का रिकॉर्ड 8 दर्शकों में अब तक नहीं टूट पाया है।
पहली फिल्म अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, संजीव कुमार, हेमा मालिनी, जया भादुरी (बच्चन), अमजद खान अभिनीत शोले जिसने भारतीय फिल्म उद्योग ख़ासकर बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक मानक स्थापित किया वही दूसरी फिल्म थी "जय संतोषी माँ"।
जी हां! संतोषी मां 1975 में रिलीज हुई इस फिल्म को निर्माताओं ने सिर्फ 30 लाख के छोटे से बजट से बनाया था। बिना किसी बड़े नाम के इस फिल्म ने सिनेमाघर में रिकॉर्ड की झड़ी लगा दी हालांकि इस दौरान फिल्म के निर्माता, फिल्म को पहले ही फ्लॉप मान चुके थे क्योंकि शुरुआती तीन दिनों में फिल्म का कलेक्शन मुम्बई के एक सिनेमाहॉल में ₹100 से आगे नहीं बढ़ सका।
फिर उसके बाद फिल्म ने इतिहास ही रच दिया, तीसरे दिन के बाद फ़िल्म ने ऐसी रफ़्तार पकड़ी कि शोले के बाद सबसे अधिक कमाई करने का रिकॉड इस फिल्म के नाम है। "जय संतोषी माँ" ने करीबन 5 करोड़ रुपए का व्यापार किया था। जहां एक ओर फ़िल्म टिकट खिड़की में पैसे बना रही थी, वही दूसरी ओर थियेटरों में काम करने वाले साफ़ सफाई करने वाले लोगों की भी चांदी हो गई थी। दरअसल फ़िल्म देखने गए दर्शक फिल्म में संतोषी मां के सीन आने में रुपए (पैसों) का चढ़ावा करते थे। फ़िल्म से थियेटर में काम करने वाले कर्मचारियों ने पैसा कमाया फ़िल्म ने भी कई गुना पैसा कमाया लेकिन जिसने फ़िल्म निर्माण की उसने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया।
जी हां दिवालिया, हुआ यह कि फिल्म निर्माण के बाद फिल्म को लेकर किसी भी डिस्टीब्यूटर ने फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज़ करने में रुचि नहीं दिखाई क्योंकि ऐसा माना जाता था कि उस समय दर्शक मायथोलॉजी फिल्मों को देखना पसंद नहीं करते थे, ख़ासकर बांद्रा जैसे स्थान में।
ऐसे में दो लोग केदारनाथ अग्रवाल और संदीप सेठी फिल्म को रिलीज़ करने के लिए आगे आए। फिल्म रिलीज के तीन दिनों तक फ़िल्म ने नाम मात्र की कमाई कि लेकिन सोमवार को थियेटरों में बैलगाड़ी और कई पुराने यात्री साधनों से भर भर कर दर्शकों का हुजूम सिनेमाहॉल में पहुंचने लगा। यह कमाई निर्माताओं के पास पहुंचती उससे पहले ही केदारनाथ अग्रवाल के भाइयों ने हेरा- फेरी कर दी और पूरे पैसे हड़प लिए। इस वजह से फ़िल्म के निर्माता संतराम रोहरा ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया।
जय संतोषी मां फ़िल्म के 50 साल पूरे
जय संतोषी माँ फ़िल्म के इस वर्ष 2025 में 50 साल पूरे हो जाएंगे। यह फिल्म 30 मई 1975 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी। अमर उजाला में पंकज शुक्ल की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म की अभिनेत्री अनीता गुहा जिसने फ़िल्म में संतोषी मां का किरदार निभाया था उसके लिए यह फ़िल्म एक अभिशाप बन गई थी। फ़िल्म के कुछ समय बाद अभिनेत्री को सफेद दाग की बीमारी हो गई थी। जिसके बाद वह सार्वजनिक जीवन में कम ही बाहर दिखी। उनके पति का आकस्मिक निधन, गुमनाम जिंदगी जीते हुए 2007 में इस दुनिया से रुखसत हो गई।
सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर की बहन ने गाए गाने
जय संतोषी माँ फ़िल्म का संगीत भी क्लासिक कल्ट रहा। कई सालों तक इस फिल्म के सॉन्ग लोगों द्वारा गुनगुनाया जाता रहा गावों शहरों में टेप रिकॉडर, कैसेट, रेडियो, प्लेयर के माध्यम से लोगों द्वारा इस फिल्म के गानों को खूब सुना जाता रहा। फिल्म के गाने लता मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर ने गाया था। इस फिल्म के सभी गानों को दर्शकों ने खूब प्यार दिया फिर चाहे वह करती हूँ तुम्हारा वर्त मैं, स्वीकार करो माँ , मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की मदद करो संतोषी माता, उषा मंगेशकर के गाए गाने हो या फिर कवि प्रदीप की आवाज में यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ मत पूछो कहाँ कहाँ है संतोषी मां।
अरविंद साहू (AD) Freelance मनोरंजन एंटरटेनमेंट Content Writer हैं जो विभिन्न अखबारों पत्र पत्रिकाओं वेबसाइट के लिए लिखते है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी सक्रिय है, फिल्मी कलाकारों से फिल्मों की बात करते है। एशिया के पहले पत्रकारिता विश्वविद्यालय माखन लाल चतुर्वेदी के भोपाल कैम्पस के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के छात्र है।
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