नकुलनाथ अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछें काँग्रेस के समय क्यो नही बढ़ी सिंचाई योजनाएं,क्यो नही होता था गेंहू का उत्पादन- विवेक बंटी साहू।



एमपी नाउ डेस्क
भाजपा कार्यलय प्रेस कॉन्फ्रेंस

 छिंदवाड़ा।आज किसान आंदोलन के नाम पर नौटंकी करने छिंदवाड़ा पहुँचे नकुलनाथ और इनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बेहद ही असंवेदनशील व्यक्ति है।ये आज किसानो की बात कर रहे है लेकिन ये किसी किसान के घर आज तक सुख-दुख में शामिल नही हुए।किसी किसान के घर रोटी नही खाई।किसान के खेत मे जाकर उनकी मेहनत नही देखा।जब इनकी सरकार थी तब किसानों के बीमा का प्रीमियम जमा नहीं किया ।जब ये चुनाव लड़ रहे थे कमलनाथ की सरकार में मेघासिवनी में किसान ने आत्महत्या किया था तब भी ये एयरकंडीशनर कमरे में बैठकर किसान की आत्महत्या को दबाने का प्रयास कर रहे थे।

काँग्रेस खाद को लेकर भ्रम फैला रही है।जबकि पिछले 10 वर्षों की तुलना में इस वर्ष उर्वरक की उपलब्धता अक्टूबर माह तक जिले की मांग के अनुसार है। पिछले वर्ष की तुलना में 48 प्रतिशत ज्यादा खाद की उपलब्धता है।



◆किस किसान के सुख दुख में शामिल हुए नकुलनाथ
 

उक्त बाते कहते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने नकुलनाथ से सवाल लिया कि नकुलनाथ बताए कि 47 साल की उम्र में कितने दिन छिंदवाड़ा में रहे।कौन से किसान के सुख दुख में शामिल हुए। किस किसान के घर रोटी खाई।कौन से खेत मे जाकर किसानों की मेहनत देखी।


भाजपा राज में 5 गुना बढ़ा गेहूँ के उत्पादन,बढ़ा सिंचाई का क्षेत्रफल


भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने कहा कि पहले राजा महाराजाओ ,मुगलों का राज था,फिर अंग्रेजो का राज आया ,इसके बाद मध्यप्रदेश में 55 सालों तक काँग्रेस ने राज किया।इन सबके राज मिलाकर छिन्दवाड़ा जिले में सिर्फ़ 71 सिंचाई की योजनाएं थी और मात्र 27 हजार 247 हेक्टेयर में सिंचाई होती थी। छिन्दवाड़ा में भाजपा सरकार में माचागोरा सहित 172 सिंचाई योजनाए बनी और अब 1 लाख 23 हजार 763 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। भाजपा सरकार में 5 गुना ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। किसान आंदोलन में नकुलनाथ जी अपने पिताजी से यह भी सवाल करे कि सिंचाई योजनाए क्यो नही बनी।

इसी तरह सन 2003 तक छिंदवाड़ा में केवल 75 हजार मेट्रिक टन गेहूँ का उत्पादन होता था और आज

2021 में छिंदवाड़ा में 11 लाख मेट्रिक टन उत्पादन हुआ।इतना ही नही काँग्रेस की सरकार ने ऑस्ट्रेलिया से लाल गेंहू बुलाना पड़ता था।

 नकुलनाथ अपने पिता कमलनाथ से यह भी सवाल करे कि उनकी सरकार के समय गेहूँ के उत्पादन क्यो नही बढ़ाया।

श्री साहू ने कहा कि काँग्रेस खाद को लेकर भ्रम फैला रही है।जबकि पिछले 10 वर्षों की तुलना में इस वर्ष उर्वरक की उपलब्धता अक्टूबर माह तक जिले की मांग के अनुसार है। पिछले वर्ष की तुलना में 48 प्रतिशत ज्यादा खाद की उपलब्धता है। 

भाजपा के शासन काल में किसान समृद्ध हो रहा है तो कांग्रेसियों के पेट में दर्द हो रहा है, अब किसान समझ गये है। एक बार क़र्ज़ा माफ़ी का झाँसा झेल चुके किसान अब इनके भ्रम में नहीं फँसने वाले।

राजेश दीक्षित

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