मजबूत विषय में कमजोर पटकथा है संजय दत्त की फिल्म "तोरबाज" ओटीटी प्लेटार्म प्रतिस्पर्धा के दौर में नेटफ्लिक्स का एक और गलत फैसला



एमपी नाउ डेस्क


मुंबई(रिव्यू):- ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स  में संजय दत्त की "तोरबाज" 11 दिसंबर को रिलीज हो चुकी है टोरबाज की स्टार कास्ट की बात करें तो कलाकार: संजय दत्त, राहुल देव, नरगिस फखरी, गेवी चहल, राहुल मित्रा, कुंवरजीत चोपड़ा, प्रियंका वर्मा, वंश सयानी ने महत्वूर्ण भूमिका निभाई है फिल्म का निर्देशन गिरीश मलिक ने किया है।






कहानी:- टोरबाज़ की कहानी शुरू होती है एक फिदायीन हमले से नाटो और तालिबान के बीच परस्पर युद्ध से अफगनिस्तानी आम लोगों की जिंदगी दुभर है रिफ्यूजी कैंप में रह रहे बच्चों को तालिबान अपने फायदे के लिए फिदायीन बना रहा है ऐसे में संजय दत्त जो कि इंडियन आर्मी में डॉ कि पोस्ट में पदस्थ अफगनिस्तान में फिदायीन हमले में उसकी बीवी और बच्चे की जान चली जाती है जिसे वह बहुत हताहत है ऐसे में नरगिस फाखरी जो अफगनिस्तान में एक एनजीओ चला रही होती जिसमे कभी संजय दत्त की वाइफ भी काम कर रही होती थी वह संजय दत्त को एनजीओ में काम करने की सलाह देती है कैसे संजय दत्त रिफ्यूजी कैंप में रहे रहे बच्चो को तालिबान फिदायीन बनने से बचाने के लिए क्रिकेट कोच बनकर क्रिकेट सिखाना।

वहीं तालिबानी हेड राहुल देव जो बच्चो को सुसाइड बॉम्बर बनाना चाहता है बच्चो का एक अच्छी और बुरी राह में एक राह चुनना यही है तोरबाज़ की कहानी। 





एक्टिंग:- संजय दत्त मूवी में काफी थके नजर आ रहे है ये शायद उनके हीरो के रूप में शायद आखरी फिल्म हो अब संजय दत्त ज्यादातर विलन की ही भूमिका निभाते नजर आयेंगे नरगिस फाखरी ने आयशा के रोल में ठीक ठाक काम किया है राहुल देव तालिबान कमांडर के रूप में अच्छा किया है जवाद मालिक रेहान शेख जैसे बाल कलाकारों ने  अभिनय में छाप छोड़ी है।


फिल्म के निर्देशन की बात करे तो गिरीश मालिक जल फिल्म के जरिए अपना टैलेंट दिखा चुके है टोरबाज में भी उन्होंने अफगनिस्तान की पृषठभूमि  लोकेशन को बहुत अच्छे ढंग से दिखाने की कोशिश कि है जिसमे वह सफल भी रहे है फिल्म की कहानी और अच्छी हो सकती थी।




रिव्यू:-AD SAHU 7974243239

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