कोरोना महामारी लॉक डाउन के बीच बिजली के बिलों ने उपभोक्ताओं दिन मेँ तारे दिखा दिए।

बढ़े बिजली के बिल से जनता हो रही हलाकान कोरोना संक्रमण के कारण जारी लॉक डाउन में सभी प्रकार के शासकीय कार्य रुक गए थे ऐसे में लॉक डाउन के अंतराल विधुत विभाग के द्वारा किया जाने वाला मीटर रीडिंग का कार्य न होने से उपभोक्ताओं से औसत खपत के आधार में बिजली के बिल प्रदान किये गए जिससे देखकर उपभोक्ताओं की नींद हराम हो गई है परेशान उपभोक्ता बिजली आफिस के चक्कर काट रहे है वही विधुत विभाग के द्वारा शिकायतों का, निराकरण करने का दावा किया जा रहा है। विधुत विभाग के नियमों का ज्ञान न होने से उपभोक्ताओं को हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है औसत खपत,दैनिक खपत,मीटर किराया,अतरिक्त प्रभार जैसे भारी शब्दो को देख समझना उपभोक्ताओं के लिए जैसे आसमान से तारे तोड़ना जैसा प्रतीत होता है इसी बात का फायदा उठाकर विधुत विभाग के कमर्चारी उपभोक्ताओ को आगे पीछे नाचने में मजबूर कर देते है। देश मे जारी लॉक डाउन की वजह विधुत विभाग से मीटर रीडिंग का कार्य न होने से फिर बिजली के बिलों ने उपभोक्तओं को करेंट देने का कार्य किया है हर दिन उपभोक्ताओं की लाइन विधुत विभाग के कार्यलयों में चक्कर काटते नजर आ रहीं है इंद्रिरा ग्रह ज्योति के अंतर्गत अगर आप महीनेभर में 150 यूनिट तक बिजली की खपत करते हैं तो पहले 100 यूनिट का बिल 100 रुपए और इसके बाद 1-50 यूनिट का बिल वर्तमान टैरिफ 4.95 पैसा प्रति यूनिट से आएगा,बिजली की खपत 150 यूनिट से अधिक होते ही पूरे बिल पर सामान्य टैरिफ लगेगा इस योजना के अंतर्गत आने वाले उपभोक्ता भी विधुत कार्यलय में अपने बिजली बिल सुधार के लिए चक्कर काटते नजर आ रहे है कोई उपभोक्ता दो महीने की इक्कठी रीडिंग के हिसाब काउंट से परेशान होकर चक्कर काट रहा है वही विधुत विभाग के अधिकारियों द्वारा दावा किया जा रहा है शिकायत मिलने पर निराकरण किया जाएगा।



                  शिकायत कीजिए निराकरण पाए

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